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Date : 3 September 2013
प्रवचन में कहता रहा, माया को जंजाल।
माया में ही उलझकर, गुरू हुआ घंटाल।।
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Date : 2 September 2013
अर्थशास्त्री कर रहे, रुपये से दुष्कृत्य।
साधु बुढ़ापे में करे, बिना वस्त्र के नृत्य।।
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Date : 31 August 2013
कल तक था नेपथ्य में, आज मंच पर शोर।
चोर सभी कहने लगे, इसको-उसको चोर।।
संदर्भ : प्रधानमंत्री और विपक्ष के बीच की तू-तू, मै-मै....
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Date : 3 September 2013
प्रवचन में कहता रहा, माया को जंजाल।
माया में ही उलझकर, गुरू हुआ घंटाल।।
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Date : 2 September 2013
अर्थशास्त्री कर रहे, रुपये से दुष्कृत्य।
साधु बुढ़ापे में करे, बिना वस्त्र के नृत्य।।
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Date : 31 August 2013
कल तक था नेपथ्य में, आज मंच पर शोर।
चोर सभी कहने लगे, इसको-उसको चोर।।
संदर्भ : प्रधानमंत्री और विपक्ष के बीच की तू-तू, मै-मै....
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